सर सैयद अहमद खां के विचारों को किया गया याद, हिंदू-मुस्लिम एकता पर दिया जोर
सहारनपुर, 17 अक्टूबर:
उर्दू तालिमी बोर्ड के तत्वाधान में मण्डी समिति रोड स्थित पाइन हिल्स एकेडमी में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के संस्थापक सर सैयद अहमद खां के जन्मदिवस को ‘सर सैयद डे’ के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें सर सैयद अहमद खां को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और उनके द्वारा भारतीय समाज के लिए किए गए अभूतपूर्व कार्यों पर चर्चा की गई।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. खालिद एडवोकेट ने सर सैयद के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा, “सर सैयद अहमद खां ने न केवल भारत के आजादी के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि मुस्लिम समुदाय के लिए मजहबी और आधुनिक शिक्षा की नींव भी रखी। उन्होंने हमेशा हिंदू-मुस्लिम एकता पर जोर दिया और कहा कि दोनों समुदायों को एक राष्ट्र के बच्चे के रूप में खुद को देखना चाहिए।”
वक्ताओं ने बताया कि सर सैयद अहमद खां ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना कर शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाई और उन्होंने समाज सेवा में भी निस्वार्थ योगदान दिया। उर्दू तालिमी बोर्ड के महासचिव दानिश सिद्दीकी ने कहा, “सर सैयद हिंदू-मुस्लिम दोनों को अपनी ‘दो आंखें’ मानते थे और उन्हें एक साथ आगे बढ़ते देखना चाहते थे।”
इस मौके पर डॉ. आबिद हसन वफा सहारनपुरी ने सर सैयद के कार्यों को श्रद्धांजलि देते हुए अपनी पंक्तियों के माध्यम से उन्हें याद किया। कार्यक्रम में सय्यद मौ. समीर, सय्यद मौ. तय्यब खान, अफशा, शुमायला, आफरीन, उज़्मा और अन्य छात्रों ने भी सर सैयद अहमद खां के विचारों और उनके योगदान पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
— रिपोर्ट एलिक सिंह एडिटर
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